करनाल के सिंगड़ा गांव से लेकर विदेशों तक इस समय मातम छाया हुआ है क्योंकि किसान आंदोलन में सिंगड़ा नानकसर गुरुद्वारे के प्रमुख संत बाबा राम सिंह जी ने खुदकुशी कर ली। अब उनके अंतिम दर्शन के लिए उनके समर्थक से लेकर तमाम बड़े बड़े पार्टियों के नेता पहुंच रहे हैं।

अकाली दल के नेता सुखबीर बादल, हरसिमरत कौर, विक्रम मजीठिया करनाल के सिंगड़ा गांव में नानकसर गुरुद्वारे के प्रमुख संत बाबा राम सिंह के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। काफी समय उन्होंने यहाँ पहुंचे अलग अलग गुरुद्वारों के प्रमुखों से बातचीत की और सांत्वना दी। सुखबीर और हरसिमरत के निशाने पर सरकार थी, दोनों ने जमकर सरकार को कोसा। सुखबीर बादल ने कहा कि बड़े दुख की बात है सरकार को किसानों का दुख दिखाई क्यों नहीं दे रहा , वहीं उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे सेंटर के अहंकारी प्रधानमंत्री को ये सब क्यों दिखाई नहीं दे रहा , ये सब क्यों समझ नहीं आ रहा । बाबा जी की शहादत बड़े दुख की बात है।

वहीं हरसिमरत कौर ने कहा कि बाबा जी ये कुर्बानी है सरकार को जगाने के लिए, सरकार को बच्चों की, महिलाओं की , बुजुर्गों की परवाह ही नहीं है। वहीं SYL के मुद्दे पर हरियाणा के विधायक और सांसद जो लगातार कृषि मंत्री से मुलाकात कर रहे हैं उस पर हरसिमरत कौर ने कहा कि ऐसे लोगों की इंसानियत मर गई है जो ऐसी बात कर रहे हैं।
बाबा संत राम सिंह की मौत का दुख सभी को है लेकिन राजनीति ना हो ऐसा कैसे हो सकता है , राहुल गांधी से लेकर सुखबीर बादल तक हर कोई केंद्र सरकार को घेरने में जुटा है , देखना होगा कि किसानों को लेकर बाबा जी की तरफ से ये उठाया गया कदम क्या समाधान का एक रास्ता बनेगा , बड़ा सवाल है।