चंडीगढ़, 23 मईः
ख़ाद्य, सिवल सप्लाई और उपभोक्ता मामलों संबंधी मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने आज राज्य भर की मंडियों में गेहूँ की खरीद का काम 25 मई से बंद करने के हुक्म दिए हैं। यह ऐलान राज्य की मंडियों में खरीद सम्बन्धी कामों के सफलतापूर्वक समाप्ति का ध्यान से निरीक्षण करने के उपरांत किया गया।
इन विवरणों को सांझा करते हुये ख़ाद्य मंत्री ने बताया कि 1 अप्रैल से शुरू हुए मौजूदा रबी सीजन के दौरान राज्य की मंडियों में 125.57 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूँ की आमद हुई है। इसमें से लगभग 121.07 लाख मीट्रिक टन सरकारी खरीद एजेंसियों की तरफ से जबकि लगभग 4.5 लाख मीट्रिक टन निजी व्यापारियों की तरफ से खरीदी गई है। इसके साथ ही राज्य के 8,09,149 किसानों को उनके बैंक खातों में सीधे 24,693 करोड़ रुपए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एम. एस. पी.) के तौर पर अदा किये गए हैं।
मंडियों के कामकाज के बारे बताते हुये कटारूचक्क ने कहा कि राज्य सरकार ने मौजूदा रबी के सीजन के दौरान राज्य में 2780 मंडियों को कार्यशील किया था परन्तु 10 मई से राज्य के कुछ हिस्सों में गेहूँ की आमद में कमी आने के उपरांत कुछ दिन पहले 2628 मंडियों को योजनाबद्ध तरीके से बंद कर दिया गया। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय के दौरान राज्य के सभी जिलों के 152 मुख्य मंडी यार्डों में गेहूँ की खरीद की जा रही है।
मंत्री ने आगे कहा कि चाहे खरीद बंद करने की समय-सीमा पहले 31 मई रखी गई थी परन्तु हाल ही के दिनों में गेहूँ की आमद में कमी होने और राज्य भर में खरीद कामों के सफलतापूर्वक सम्पूर्ण होने की रिपोर्टों को देखते हुये सभी मंडियों को 25 मई तक बंद करने का फ़ैसला लिया गया है। उन्होंने किसानों को 25 मई तक पूरी फ़सल मंडियों में ले आने के लिए भी कहा।