यूनिवर्सिटी के छात्रों से
खिलाड़ियों से
सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे युवाओं से
किसानों से
डिलीवरी पार्टनरों से
बस में आम नागरिकों से
और अब आधी रात को ट्रक के ड्राइवर से
आख़िर क्यों मुलाक़ात कर रहे हैं राहुल गांधी?
क्योंकि वो इस देश लोगों की बात सुनना चाहते हैं, उनकी चुनौतियों और परेशानियों को समझना चाहते हैं
उनको ऐसा करते देख एक विश्वास सा झलकता है – कोई तो है जो लोगों के साथ खड़ा है, कोई तो है जो उनके बेहतर कल के लिए किसी भी तरह की क़ुर्बानी देने को तैयार है – कोई तो है जो नफ़रत के बाज़ार में मोहब्बत की दुकान खोल रहा है
और धीरे धीरे यह एहसास हो रहा है कि यह देश लौट जाना चाहता है मोहब्बत और अमन के रास्ते पर
धीरे से यह देश आख़िर चल ही पड़ा है राहुल गांधी के साथ