एक खबर के अनुसार, पीटी उषा ने आज भारतीय ओलंपिक संघ की कार्यकारी समिति की बैठक के बाद कहा कि ‘पहलवानों का सड़कों पर प्रदर्शन करना अनुशासनहीनता है और इससे देश की छवि ख़राब‘ हो रही है.
इसके अलावा, उन्होंने भारतीय कुश्ती संघ को चलाने के लिए तीन सदस्यों का एक पैनल बनाने का भी एलान किया है.
इसमें पूर्व निशानेबाज़ सुमा शिरूर, वुशु एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह बाजवा और हाईकोर्ट के एक रिटायर्ड जज सदस्य होंगे. हालांकि जज का नाम अभी तय नहीं हुआ है.
पीटी उषा के ताज़ा बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा है कि उनसे इतने कड़े बयान की उम्मीद नहीं थी.
महिला पहलवानों विनेश फोगाट और साक्षी मलिक के साथ बजरंग पुनिया इस आंदोलन के केंद्र में है. गुरुवार को इस आंदोलन का पांचवां दिन है.
इन्होंने बृज भूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
इन्होंने पुलिस पर भी एफआईआर दर्ज न करने का आरोप लगाया है. एफआईआर दर्ज कराने के लिए इन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है.
अभी से तीन महीने पहले भी इन पहलवानों ने धरना प्रदर्शन किया था. उसके बाद इनके आरोपों की जांच करने के लिए केंद्र सरकार ने एक जांच समिति बनाई थी.