सरकाघाट। अधिकारी महासंघ सरकाघाट इकाई द्वारा अपनी चिरकाल से चली आ रही मांगों को पुरा न होने पर आज से अनिश्चितकालीन कलम छोड़ो आंदोलन शुरू कर दिया है। हालांकि, प्रदेश में संघ से जुड़े हुए चार हजार से अधिक जिला परिषद कर्मचारी व अधिकारी अपनी मांगो को लेकर शिमला में मुख्यमंत्री से मिले थे और 29 सितम्बर तक मांगे पुरी करने का अल्टिमेटम भी दिया था, लेकिन मांगे पूरी करना तो दूर की बात है सरकार ने उनकी बात तक नही सुनी। जिससे संघ के सदस्यों में रोष है। संघ के ब्लाक अध्यक्ष जगदीश चंद ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगें पूरा नही करती और साथ ही संबंधित विभाग में उनका विलय नही करती तथा उन्हें पहले की तरह बित्तीय लाभ प्रदान नही करती, तब तक यह कलम छोड़ो आंदोलन जारी रहेगा।
उनका कहना है कि आज से पूरे प्रदेश के 88 विकास खंडों के चार हजार से ज्यादा कर्मचारी कलम छोड़ो हड़ताल पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि साल 2022 तक उन्हे सभी वित्तीय लाभ मिलते थे। मगर उसके बाद इन पर रोक लगा दी गई है। इसी के विरोध स्वरूप संघ को कलम छोड़ो आंदोलन शुरू करना पड़ रहा है। उन्होने कहा कि आज न तो हमें डी ए मिल रहा है और न ही कोई वेतन वृद्धि, न ही ओपीएस, न ही नियमितीकरण हो पा रहा है। ऐसा लग रहा है कि वे सरकार के नही ठेकेदार के कर्मी हैं। इस अवसर पर टिक्कर, खाहण और हरिवैहना पंचायत के प्रधानो सहित ब्लॉक अध्यक्ष जगदीश चंद, राजेन्द्र शर्मा, धर्म चंद जेई, सोनू जेई, बिनोद जेई, प्रकाश चंद, नीशू, सुमन कुमारी, अंजना कुमारी, नरेंद्र कुमार, मोरारी लाल, लीला देवी, राकेश कुमार और हरदेव आदि उपस्थित रहे।