हिमाचल प्रदेश में आई आपदा के कारण प्रदेश में तबाही मची हुई हैं. प्रदेश में भूस्खलन, बाढ़ और बदल फटने के कारण काफी नुक्सान हुआ हैं. जिसके चलते अब आपदा के कारण जूझ रहे हिमाचल प्रदेश को 4 वर्षों में आर्थिक तौर पर मज़बूत करने का मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दावा किया है। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा हैं कि व्यवस्था परिवर्तन कर विभागों की कार्यप्रणाली को बेहतर किया जा रहा है. लेकिन हिमाचल को अब अपने पैरों पर खड़ा होना ही होगा तभी राज्य आर्थिक रूप से मज़बूत हो सकता है। (Himachal News)
‘प्रदेश पर 95 हजार करोड़ का कर्ज हो चुका है’
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सचिवालय में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि राज्य पर अब 95 हजार करोड़ का कर्ज हो चुका है और ऐसे में आपदा के कारण राज्य को 12 हजार करोड़ का नुकसान हो चुका है। हालांकि, प्रदेश की स्तिथि अभी सुधरी नहीं हैं और ऐसी स्थिति में केंद्र से मदद न मिलने के बाद भी अपने संसाधनों से सभी सड़कों को खोला है और घर-घर जाकर लोगों को हर संभव मदद पंहुचा रहे हैं। ये सब चुनाव जीतने को नहीं।
‘पीएम मोदी और अमित शाह से करेंगे मुलाकात’
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि अभी दूसरी टीम आई हुई है जो नुकसान का जायजा ले रही है और इसकी रिपोर्ट के बाद आर्थिक मदद मिलने की उम्मीद है। आगे उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू प्रदेश को केंद्र सरकार से राष्ट्रीय आपदा घोषित कर विशेष आर्थिक सहायता की मांग करेंगे है और इसके लिए वह दोबारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे और आर्थिक सहायता की मांग करेंगे| (Himachal News)