जम्मू-कश्मीर के 145 हज यात्रियों का पहला जत्था सऊदी अरब के मदीना के लिए रविवार सुबह रवाना हो गया। दो साल बाद यात्री हज के लिए रवाना हुए हैं। इससे पहले यात्रियों ने श्रीनगर के बेमिना हज हाउस में जरूरी कागजी कार्रवाई को पूरा किया और हवाई अड्डे के लिए रवाना हुए।
हज कमेटी ऑफ इंडिया के सदस्य एर एजाज हुसैन, राजस्व के कमिश्नर सचिव विजय कुमार, एचसीओआई के डिप्टी सीईओ जावेद अहमद और जेके हज कमेटी के सीईओ ने हज हाउस ने बेमिना में 145 हाजियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाई।
इस मौके पर हज कमेटी ऑफ इंडिया के सदस्य एर एजाज हुसैन ने कहा कि उन्होंने हाजियों से मुलाकात की और एचसीओआई द्वारा की गई व्यवस्थाओं और अन्य तैयारियों के बारे में उनकी प्रतिक्रिया भी ली। हाजियों ने हज हाउस में एचसीओआई और जेके हज कमेटी द्वारा की गई व्यवस्थाओं पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने कश्मीर में शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि पहली बार हुजाज को इलेक्ट्रॉनिक वीजा और पासपोर्ट की सुविधा प्रदान की गई है। वे अपने मोबाइल एप्लिकेशन में इसे आसानी से डाउनलोड कर सकेंगे।
बता दें कि पहले 31 मई को ही यह फ्लाइट उड़ान भरने वाली थी, लेकिन बाद में इसे 5 दिनों के लिए आगे बढ़ा दिया गया। एक रिपोर्ट के मुताबिक इस साल हज यात्रा के लिए भारत का कोटा कुल 79,237 यात्रियों का है, जिसमें से जम्मू-कश्मीर से कुल 5196 लोग हज पर जाएंगे।