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भारत में कॉन्क्रीट आर्किटेक्चर फोटोग्राफी एग्जीबिशन का शुभारंभ किया

चंडीगढ़, 18 अप्रैल, 2023: वर्ल्ड हेरिटेज डे मनाने के लिए चंडीगढ़ गवर्नमेंट म्यूजियम एंड आर्ट गैलरी ने भारत में फ्रांस के अम्बेसडर इमैनुएल लेनैन की 16 तस्वीरों की एग्जीबिशन ‘टेंडर कंक्रीट’ का शुभारंभ यूटी, चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहकार धर्म पाल, (आईएएस) ने किया। वह एग्जीबिशन में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे।

एग्जीबिशन फोटोग्राफी के लिए लेनैन के व्यक्तिगत और विषयगत दृष्टिकोण को दर्शाती है, जो कॉन्क्रीट आर्किटेक्चर की सुंदरता को कैप्चर करती है। इस मौके पर लेनैन ने कहा कि ‘‘मैं उन लोगों में से नहीं हूँ जो ब्रूटलिज्म से भौचक रह गए हैं। इसके विपरीत कॉन्क्रीट, जब सबसे महान वास्तुकारों द्वारा सजाया जाता है, तो मुझे हमेशा कोमल लगता है। यह सेंसुअल और डिजिंग कव्र्स, खाली और भरे हुए विकल्प, एकांत और श्रद्धा में डुबकी लगाने का अहसास देता है। कॉन्क्रीट एक स्थिर, लगभग संगीतमय तनाव की अनुमति देता है। कर्व के साथ आयताकार विरोधाभास, सॉफ्ट प्रो लेस के साथ तेज किनारों, तरल के साथ स्थिर, मूवमेंट के साथ आराम का अहसास देता है। यहां और वहां, घुमावदार रैंप की स्वतंत्रता के साथ स्ट्रिक्ट वर्टिकल्टी और हॉरीजोंटल कॉन्ट्रास्ट से बनी इमारतें बेहद खूबसूरत हैं। और, जैसा कि अक्सर होता है, विरोधों से एक निश्चित सामंजस्य भी उभरता है।

चंडीगढ़ की आर्किटेक्चुरल खूबसूरती पर जोर देते हुए, लेनैन ने कहा कि ‘‘आर्किटेक्चुरल के प्रति समर्पण के लिए और अधिक सामग्री खोजने के लिए -चंडीगढ़ से बेहतर कोई जगह नहीं है। पॉवरफुल सिम्बलिज्म के साथ ये इंटरनेशनल स्टाइल का भारतीय कलात्मक प्रतीक है।’’

उन्होंने आगे कहा कि ‘‘भारत आधुनिकतावादी आर्किटेक्चर के लिए एक फ़ॉरमिडबल फील्ड रहा है। ऑस्कर नीमेयर के साथ शायद ब्रासीलिया को छोडक़र कहीं भी एक आर्किटेक्ट को स्क्रैच से पूरा शहर बनाने के लिए कार्टे ब्लैंच नहीं दिया गया है, जैसा कि ले काबुर्जिए ने चंडीगढ़ में किया था। इसलिए मैं केवल इन इमारतों के लिए एक एग्जीबिशन समर्पित करना चाहता था। मैं डॉक्यूमेंट्री स्टाइल का पालन नहीं करना चाहता था बल्कि व्यक्तिगत व्यक्तिपरक दृष्टिकोण का पालन करना चाहता था। आर्किटेक्चर की एक तस्वीर एक टोपोग्राफिकल सर्वेक्षण नहीं है। यह एक भावना की अभिव्यक्ति हो सकती है।’’

लेनैन की तस्वीरें आर्किटेक्चुरल डिटेल्स पर ध्यान केंद्रित करती हैं, जो संदर्भ से हटकर एक काव्यात्मक डायमेंशन प्राप्त करती हैं। प्रदर्शनी देखने के लिए आने वाले लोगों को कॉन्क्रीट के सेंसुअल सेंसुअल और डिजिंग कव्र्स, खाली और पूर्ण के विकल्प, एकांत और श्रद्धा में डुबकी लगाने की अहसास देता है। कॉन्क्रीट एक स्थिर, लगभग संगीतमय तनाव की अनुमति देता है। कर्व के साथ आयताकार विरोधाभास, सॉफ्ट प्रो लेस के साथ तेज किनारों, तरल के साथ स्थिर, मूवमेंट के साथ आराम को जानने के लिए आमंत्रित करती हैं। एग्जीबिशन, एक घुमावदार रैंप की स्वतंत्रता के साथ स्ट्रिक्ट वर्टिकल्टी और हॉरीजोंटल कॉन्ट्रास्ट से बनी इमारतों को काफी कोऑर्डिनेशन के साथ मिक्स करती है।’’

इमैनुएल लेनैन की ‘टेंडर कॉन्क्रीट’ प्रदर्शनी 18 अप्रैल से 30 जून तक, सोमवार और राजपत्रित अवकाश को छोडक़र, सुबह 10 बजे से शाम 4:30 बजे तक जनता के देखने के लिए खुली रहेगी। इमैनुएल लेनिन के लेंस के माध्यम से कैप्चर की गई कॉन्क्रीट आर्किटेक्चर के मनोरम आकर्षण को खोजने के लिए एग्जीबिशन देखने के लिए जरूरी जाएं।

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